बचपन की मीठी यादों में स्कूल की बस या कैब सभी के लिए एक खास जगह रखती थी. बस वाले अंकल हमेशा बच्चों के खास रहते थे. उनपर स्कूल जाने वाले बच्चों का बेधड़ विश्वास रहता था. ये जरूरी भी था क्योंकि लड़कपन की उस उम्र में बच्चों को संभालना हर किसी के बस का नहीं होता. मदमस्त बच्चों को सुरक्षित स्कूल ले जाना और बटोर कर वापस घर लाना एक बेहद ही जिम्मेदारी और विश्वासपात्र काम होता है. लेकिन राजधानी दिल्ली में इस विश्वास को तार-तार करते हुए बहशीयत की याद एक मासूम के जेहन में डालने का काम किया है एक कैब ड्राइवर ने.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली की एक महिला ने अपनी छह साल की बच्ची को स्कूल से घर और घर से स्कूल लाने ले जाने के लिए एक कैब ड्राइवर पर भरोसा जताया था. लेकिन हवस की आग में उस शख्स की इंसानियत पूरी तर खाक हो चुकी थी और इस अटूट विश्वास को दरकिनार कर उसने मासूम बच्ची को अपने गंदे मंसूबों का निशाना बना डाला.
स्कूल ले जाते वक्त करता था गंदी हरकत
पिछले एक साल से बच्ची को स्कूल लाते ले जाते वक्त वो लगातार उससे गंदी हरकत करता और मासूम का शारीरिक शोषण करता. एक साल से खामोश बच्ची ये दर्द और न सह सकी और उसने इंतेहा हो जाने पर इसकी जानकारी अपनी मां को दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साउथ दिल्ली के डीसीपी राजेश देव ने बताया कि बच्ची ने अपनी मां से ड्राइवर की करतूत बयान करते हुए कहा कि वो पिछले एक साल से उसे गलत इरादों के तहत छूता था.
मासूम ने मां को बताई ड्राइवर की करतूत
मां ने जब अपनी मासूम बच्ची के मुंह से ये शब्द सुने तो वो दंग रह गई. इसकी जानकारी उन्होंने तुरंत पुलिस को दी. पुलिस ने मोहम्मद अजहर नाम के कैब ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. अजहर के खिलाफ इस गंदी हरकत के लिए POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. 6 साल की मासूम बच्ची का शारिरिक शोषण करने वाला अजहर 30 साल का है और जैतपुर का रहने वाला है.